Share Market Crash | दुनिया का तीसरा सबसे ख़राब शेयर बाज़ार बना भारत

Share Market Crash | दुनिया का तीसरा सबसे ख़राब शेयर बाज़ार बना भारत
भारतीय शेयर बाजार के दिन इतने बुरे हो गए हैं कि ये दुनिया का तीसरा सबसे बुरा शेयर बाजार बन चुका है हमसे जो खराबी में जो दो देश आगे हैं वे देश है थाईलैंड और फिलिपींस मतलब कि थाईलैंड और फिलिपींस के बाद जो सबसे खराब शेयर बाजार है दुनिया का वो भारत ही है यह मैं नहीं कह रहा रिपोर्ट कह रही है ये:
Money Control Pro के अनुसार:
दुनिया का तीसरा सबसे खराब शेयर बाजार बना भारत, 2025 में अब तक निफ्टी 6% लुढ़का, सिर्फ थाईलैंड और फिलीपींस हमसे आगे
भारतीय शेयर बाजार पिछले कई सालों से लगातार दुनिया में सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, लेकिन इस साल 2025 में इसकी शुरुआत काफी कमजोर रही है। देश की टॉप-50 कंपनियों के शेयरों का प्रतिनिधित्व करने वाले निफ्टी-50 इंडेक्स, इस साल अब तक अमेरिकी डॉलर के हिसाब से 6% की गिरावट आ चुकी है। यह 2025 में अबतक किसी भी इमर्जिंग शेयर मार्केट में आई तीसरी सबसे बड़ी गिरावट है
और रिपोर्ट्स की जरा बात कर लेते हैं दो महीने में ही पाकिस्तान और बांग्लादेश की जीडीपी से ज्यादा भारतीय बाजार में स्वाहा हो गए इतने रुपया मतलब एक और चीज है कि बांग्लादेश और पाकिस्तान की जीडीपी दोनों को क्लब कर (जोड़) दो तो जो जीडीपी निकलती है उससे ज्यादा अपना शेयर बाजार गिर गया है तो एक डायलॉग बोलने को हो सकता है “अरे भैया दो देशों की जितनी जीडीपी है उससे ज्यादा हमारा शेयर बाजार गिर जाता है हलके में ले रहे हो क्या” डायलॉग तो ठीक है लेकिन बात अच्छी नहीं है यह नेगेटिव पॉइंट है |
क्या कारण है इसके बारे में हम डिटेल में बात करेंगे| आज के दिन जो निफ्टी गिरा है वह लगभग 250 पॉइंट गिरा है 1% से ज्यादा गिरा है 22,500 का लगभग ये लेवल टच करने जा रहा है और 22,500 का जो लेवल है यह उतना मजबूत सपोर्ट लेवल नहीं है 22500 का सपोर्ट अगर टूटा तो कहां तक जा सकता है अभी हम आगे बात करेंगे पूरा लॉजिक के साथ बात करूंगा आपको पता है कि मैं जो भी बात करता हूं पूरे लॉजिक के साथ हवा में कुछ भी नहीं बोल देता मैं तो सारे लॉजिक सारे कारण एक्सप्लेन करूंगा फिलहाल निफ़्टी 250 पॉइंट के आसपास आज टूटा है आप अगर एक साल का निफ्टी का रिटर्न देखें तो एक साल का निफ्टी का रिटर्न लगभग 2% है यानी कि बैंक में रखे सेविंग अकाउंट आपको जितना रिटर्न देते हैं वो भी 3 से 4% दे देता है |
साल का उससे कम रिटर्न शेयर बाजार के एक साल का रिटर्न है हालांकि शेयर बाजार में कोई एक साल के लिए नहीं आता है वो तो लंबे समय में 15-20 साल में आपको अच्छा रिटर्न मिलता है लेकिन हां यह कहने के लिए है कि एक साल के लिए अगर कोई देखे कोई नया नवेला आदमी पहली बार शेयर बाजार को देख रहा है वो तो देखेगा कि एक साल का रिटर्न 2 पर है तो यह अच्छी बात नहीं है और आगे बात करते हैं |
“आधे से ज्यादा टॉप 500 स्टॉक्स में ओवरआल 20% फॉल इन मार्केट कैप्स इन सितंबर”

सितम्बर से लेकर अब तक टॉप के जो 500 स्टॉक्स हैं 20% से ज्यादा गिरावट उनमें देखी गई है सितंबर से अब तक लगभग 5-6 महीने में ही 20%से ज्यादा गिरावट देखी गयी है |
एक दो स्टॉक्स में नहीं टॉप के 500 स्टॉक्स में मतलब बात बहुत भयंकर है बात बहुत ज्यादा गड़बड़ है आउटफ्लो एफआईआई टच 1 लाख करोड़ से ज्यादा एफआईआई ने बेच भी दिया है यह भी बात करेंगे सब पर डिटेल में जरा बात करेंगे देखो भारतीय शेयर बाजार के बुरे दिन रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं खराब कॉर्पोरेट की अर्निंग एक बड़ा कारण है एफ आई की एग्जिट एक बड़ा कारण है और ट्रंप का जो टैरिफ टैरिफ का खेल चल रहा है भारत के साथ वो एक बहुत बड़ा कारण है सबको एक्सप्लेन करूंगा अभी आज जो बाजार में हुआ है पिछले 28 सालों में नहीं हुआ था पिछले 28 सालों में यह दौर ऐसा पहली बार भारत ने देखा है कि लगातार बिकवाली और इतनी बड़ी बड़ी बिकवाली इतनी ज्यादा गिरावट निफ्टी और सेंसेक्स में 1 पर से ज्यादा गिरावट हुई है निफ्टी 50 ऑलमोस्ट 22500 के लेवल तक पहुंच चुका है जो अभी हमने बात कर लिया लगातार 14 ट्रेडिंग सेशन में गिरावट है |
28 साल के बाद आया है कि लगातार 14 ट्रेडिंग सेशन से हम गिरावट
यह 28 साल के बाद आया है कि लगातार 14 ट्रेडिंग सेशन से हम गिरावट ही देख रहे हैं वर्स्ट मंथली लूजिंग स्ट्रिक्स 28 सालों में सबसे खराब लूजिंग स्ट्रिक्स निफ्टी का बन चुका है अब उस 28 सालों में क्या हुआ है जरा पहले यह समझते हैं 1996 के बाद पहली बार लगातार 5 महीनों तक इंडेक्सेस में गिरावट हुई है यह दौर 1996 में देखा गया था कि लगातार 5 महीने तक इंडेक्स लाल निशान में बंद हो रहे हैं खराब गिर ही रहे हैं ये दौर 28 सालों बाद सितंबर 2024 के ऑल टाइम हाई के बाद निफ्टी 50 में 14% की गिरावट और सेंसेक्स में 13 पर की गिरावट हुई है ठ महीने के सबसे कमजोर सबसे निचले स्तर पर निफ्टी 50 और सेंक्स आ चुका है पिछले ठ महीने के सबसे निचले स्तर पर 1996 में जुलाई से नवंबर महीनों तक गिर रहा था निफ्टी 96 की बात है लेकिन निफ्टी में सबसे लंबी गिरावट १९९४ में आई थी 8 महीनों तक निफ्टी लाल निशान में था और वह दौर और आज का दौर बराबर हो चुका है लेकिन इसका क्या मतलब है क्या भारत 1994 में चला गया इतना पीछे चला गया क्या नहीं नहीं ऐसा नहीं हुआ है लेकिन जिस तरह के आसार जिस तरह की चीजें जिस तरह के