भारत रत्न मिलते ही तुरंत मिलने लगती हैं ये 8 सुविधाएँ बन जाता हैं VVIP:
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और प्रखर नेता लाल कृष्ण आडवाणी को देश का सबसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित करने का फैसला किया गया है यह जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर दी है हाल ही में केंद्र सरकार ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर को भी भारत रत्न से सम्मानित करने का ऐलान किया था।
भारत रत्न कोई साधारण पुरस्कार नहीं है भारत रत्न से उन लोगों को नवाजा जाता है जिन्होंने राष्ट्र निर्माण के लिए असाधारण योगदान दिया हो जिसमें कला, साहित्य, विज्ञान, समाज सेवा और क्षेत्र में देश के लिए अहम योगदान दिया हो। इस सम्मान की सिफारिश खुद प्रधानमंत्री राष्ट्रपति से करते हैं, राष्ट्रपति अपनी सहमति देता है। आपको अब आपको बताते हैं
भारत रत्न की शुरुआत कब से हुई..? अब तक कितने लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है..?
भारत रत्न की शुरुआत कब से हुई अब तक कितने लोगों को भारत रत्न से सम्मानित किया जा चुका है, इसके साथ ही यह भी जानेंगे इस सम्मान को पाने वाले लोगों को क्या-क्या सुविधा मिलती हैं? भारत रत्न की शुरुआत कब से हुई देश में भारत रत्न की स्थापना 2 जनवरी 1954 को तत्कालीन राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद द्वारा किया गया थी।
शुरुआती दिनों में मरणोपरांत सम्मानित करने का प्रावधान नहीं था 1955 में बदलाव किया गया। फिर यह भारत रत्न पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जाने लगा। भारत रत्न एक साल में केवल तीन व्यक्ति को ही दिया जाता है। भारत रत्न की डिजाइन बेहद खास होती है कई मानकों को ध्यान में रखकर इसे तैयार किया जाता है
भारतरत्न की डिजाइन:
भारतरत्न की डिजाइन 35 मिनी गोलाकार स्वर्ण पड़ा था और इस पर सूर्य बना हुआ था जिसके ऊपर हिंदी में भारत रत्न लिखा हुआ करता था और नीचे की तरफ पुष्प हार था इसके पीछे भारत का राष्ट्रीय चिन्ह होता था इसके बाद भारत रत्न में बदलाव किया गया अब तांबे से बने पीपल के पत्ते पर प्लैटिनम का चमकता सूर्य बना दिया गया है इसके नीचे चांदी में भारत रत्न लिखा रहता है|
क्या-क्या सुविधा मिलती है भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को?
भारत रत्न से सम्मानित व्यक्ति को कई सुविधाएं मिलती हैं भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस पर खास अतिथि के तौर पर शामिल हो सकते हैं कितना डिप्लोमेटिक पासपोर्ट के भी हकदार होते है| संसद की बैठक और सत्र में भाग ले सकते हैं किसी राज्य में घूमने जाने पर इन्हें राज जाती का दर्जा दिया जाता है भारत सरकार इन्हें वारंट आफ रेजिडेंस में जगह देती है वारेंस ऑफ प्रेसिडेंट एक तरह का प्रोटोकॉल संसद के दोनों सदनों में विपक्ष के नेता के पास जगह मिलती है|
सबसे जरूरी बात भारत रत्न पाने वाले व्यक्ति को कोई धनराशि नहीं दी जाती है उन्हें मेडल के साथ एक प्रमाण पत्र दिया जाता है बताने की सबसे पहले 1954 में चक्रवर्ती राजगोपालाचारी को भारत रत्न से सम्मानित किया गया था अब तक 48 व्यक्तियों को भारत रत्न से सम्मानित कियाजाए इनमें से 17 लोगों को मरणोपरांत प्रदान किया गया है यह सम्मान हर साल 26 जनवरी को दिया जाता है फिलहाल कैसी लगी आपको हमारी यह खबर हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा।